Official Ritesh Pandey
शून्य काल: फफूलि की बीमारी से परेशान पूर्वांचल के किसानों का मुद्दा उठाते हुए
दोस्तों, आप में से कई लोग जानते होंगे कि "राइस ब्लास्ट" नामक फफूलि की बीमारी किस तरह से अम्बेडकरनगर और पूरे पूर्वांचल में किसानों को भारी नुक़सान पहुँचा रही है।
प्रधान मंत्री फसल बीमा योजना के अंतर्गत फफूलि की बीमारी भी दैवी आपदा मानी जाएगी, लेकिन पूरे उत्तर प्रदेश के प्रशासन ने इस बीमारी को संज्ञान में ना ले करके किसानों को भारी नुक़सान पहुँचाया है। उन्होंने इस बीमारी का सर्वे ही नहीं करवाया, जिससे यह औपचारिक रूप से सुनिश्चित नहीं हो पाया है कि किस हद तक यह बीमारी पूर्वांचल के किसानों की फसल पर हावी पड़ी है। जिसके कारण ना सिर्फ़ किसानों को आर्थिक नुक़सान पहुँचा है, बल्कि किसानों को प्रधान मंत्री फसल बीमा योजना के अंतर्गत आधिकारिक बीमा-दावे से वंचित किया गया है।
किसानों से प्रधान मंत्री फसल बीमा योजना का प्रीमीयम निरंतर काटा जाता है। लेकिन जब ऐसी आपदाओं से – जो PMFBY के अंतर्गत सुरक्षित हैं – किसानों को राहत ना मिल पाए, तो यह योजना महत्वहीन हो जाती है। आख़िर किसान किस दरवाज़े पर गौहार लगाए?
मेरा सरकार से अनुरोध है कि PM फसल बीमा योजना के अंतर्गत इस फफूलि बीमारी से उत्पन्न नुक़सान की औपचारिक जांच करवाई जाए और किसानों को तत्काल मुआवज़ा दिलवाया जाए।